नई दिल्ली। आज के समय में बच्चे तेजी से सीखते हैं, लेकिन उनके दिमाग (brain) को सही दिशा में विकसित करना भी उतना ही जरूरी है। बचपन में ही अगर बच्चों का दिमाग सही एक्टिविटी (activity) के जरिए बूस्ट किया जाए, तो उनका लर्निंग पावर (learning power) बढ़ता है और वे नई चीजों को तेजी से समझने लगते हैं।
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विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों का दिमाग लगभग 5-6 साल में तेजी से विकसित होता है। इस उम्र में उन्हें सही एक्टिविटी करवाना बेहद जरूरी है। अगर बच्चे ज्यादा समय टीवी, मोबाइल या अनावश्यक गेम्स में बिताते हैं, तो उनका दिमाग सही तरीके से विकसित नहीं हो पाता और उनका समय सिर्फ शरारत करने में चला जाता है।
आइए जानते हैं कुछ ऐसे मजेदार और उपयोगी तरीके जिनसे बच्चों का दिमाग तेज हो सकता है:
1. बॉडी कॉर्डिनेशन गेम
बच्चों को ऐसे गेम्स खेलाएं जो उनके दिमाग और शरीर दोनों को जोड़ते हों।
- उदाहरण के लिए, राइट हैंड से लेफ्ट साइड पर ड्रॉइंग करना।
- राइट पैर से लेफ्ट साइड पर मूव करना।
इस तरह की एक्टिविटी से बच्चों का ब्रेन और बॉडी दोनों का बैलेंस बेहतर होता है और उनका फोकस भी बढ़ता है।
2. बुक और स्टोरी एडवेंचर
बच्चों को कहानी (story) सुनाना और उनसे कहानी के कैरेक्टर की नकल करवाना उनके इमैजिनेशन और क्रिएटिविटी को बढ़ाता है।
- उन्हें कहानी के किरदार के रोल में एक्ट करने दें।
- कहानियों को पढ़ने के बाद उनसे पूछें कि वे कहानी को किस तरह खत्म करेंगे।
इससे बच्चों का कॉन्सेप्चुअल थिंकिंग (conceptual thinking) और याददाश्त दोनों मजबूत होती हैं।
3. पज़ल सॉल्विंग
पज़ल्स बच्चों के ब्रेन डेवलपमेंट के लिए बहुत लाभकारी हैं।
- मार्केट में तरह-तरह के पजल गेम्स मिलते हैं।
- बच्चों को पजल सॉल्व करने दें, जिससे उनका लॉजिक और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स बढ़ता है।
4. मेमोरी गेम
बच्चों की याददाश्त बढ़ाने के लिए मेमोरी गेम्स बहुत कारगर हैं।
- कार्ड मैचिंग, ऑब्जेक्ट रिमेम्बर करना या शॉर्ट स्टोरी याद रखना।
- ये गेम्स बच्चों को मज़ेदार तरीके से सीखने का मौका देते हैं।
5. आर्ट और क्रिएटिविटी
आर्ट, क्राफ्ट और म्यूजिक बच्चों के दिमाग को सक्रिय बनाते हैं।
- बच्चों को पेंटिंग, ड्रॉइंग या म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स से परिचित कराएं।
- रंगों और संगीत के माध्यम से उनकी क्रिएटिविटी विकसित होती है और ब्रेन की क्षमता बढ़ती है।
6. गेसिंग गेम्स
लुका-छिपी और आंख मिचौली जैसे गेम्स के साथ गेसिंग गेम्स भी बच्चों के लिए शानदार हैं।
- उन्हें बंद आंखों से ऑब्जेक्ट पहचानने के लिए कहें।
- यह उनकी सेंसरी पावर (sensory power) और ऑब्जर्वेशन स्किल्स को बढ़ाता है।
7. नंबर और लैंग्वेज गेम
बच्चों को नंबर गेम्स और शब्दों के खेलों से परिचित कराना उनकी लॉजिकल और भाषाई क्षमता को बढ़ाता है।
- जैसे, सिक्के गिनना, शब्द बनाना या छोटे-कहानियों को लिखवाना।
- इससे उनका एनालिटिकल माइंड और रीडिंग स्किल्स बेहतर होती हैं।
8. फिजिकल एक्टिविटी और स्पोर्ट्स
शारीरिक गतिविधियों का ब्रेन पर सकारात्मक असर होता है।
- बच्चों को तैराकी, दौड़ना, योग या खेल-कूद में शामिल कराएं।
- इससे उनका दिमाग एक्टिव रहता है और ऊर्जा भी सही दिशा में खर्च होती है।
9. प्राकृतिक अनुभव
बच्चों को प्रकृति के संपर्क में लाना भी ब्रेन बूस्ट करता है।
- उन्हें पार्क, जंगल या बगीचे में ले जाएं।
- पौधों, जानवरों और वातावरण के बारे में जानने से उनका अवलोकन और ज्ञान बढ़ता है।
10. रोज़ाना छोटी चुनौतियां
बच्चों को रोज़ाना छोटी-छोटी चुनौतियां दें।
- जैसे, नया वर्ड सीखना, छोटी गणना करना या कोई छोटा प्रोजेक्ट बनाना।
- ये छोटे-छोटे अभ्यास उनके दिमाग को लगातार एक्टिव रखते हैं और सीखने की आदत बनाते हैं।
बचपन में बच्चों का दिमाग तेज और सक्रिय रखना उनके भविष्य के लिए बहुत जरूरी है। सही एक्टिविटी, खेल, आर्ट और रोज़ाना की चुनौतियां बच्चों को स्मार्ट, क्रिएटिव और समझदार बनाती हैं। इसलिए उन्हें केवल स्क्रीन पर समय बिताने की बजाय इन ब्रेन-बूस्टिंग एक्टिविटी में शामिल करें।
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